शनिवार, 27 जून 2009

गर्भिणी परिचर्या (Ante natal care)

आयुर्वेद मे गर्भवती स्त्री के लिये एक मापक आहार,विहार और औषध का वर्णन
किया गया है इसी को गर्भिणी परिचर्या का नाम दिया गया है | यदि इसका
अनुपालन किया जाता है तो भविष्य मे होने वाले विभिन्न रोगोँ जैसे
गर्भस्राव,पात,शूल,गर्भ का विकास न होना,सीजेरियन डिलिवरी आदि उपद्रवोँ
से बचा जा सकता है| यह परिचर्या बहुत ही आसान और युगानूरुपी
है,आसानी से इसे अपनाया जा सकता है|
अधिक जानकारी के लिये आप मुझे मेल कर सकते है|