सोमवार, 1 जून 2009

ग्रहणी रोग, बार-बार मल त्याग होना,(IBS) (Amoebiasis,Dysnetry), ()

आहार एवं विहार--दु्ध का सेवन मत करे, दही या लस्सी को आहार मे ज्यादा ले , लस्सी मे भुना हुआ जीरा डालकर और काला नमक डालकर ले , खाना खाने से पहले घी की एक या दो चमच ले ( यदि आप शारिरीक कार्य करते है तो ले वरना मत ले)खाना खाने के एकदम बाद पानी मत पीयें ।
आहार मे फ़लो का ज्यादा प्रयोग करे। और बे्ल का मु्रब्बा सदा ही हितकर होता है । तले हुए भोज्य पदार्थ और फ़ास्ट फ़ुड को सदा के लिये बाय बाय कर दे ।
साधारण और असरकारी आयुर्वेदिक चिकित्सा==
अविपत्तिकर चुर्ण= आधा चमच खाना खाने से पहले दो बार
वत्सकादि क्वाथ घन ५०० मि. ग्रा.
कुटकी चुर्ण १५० मि. ग्रा.
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खाने के बिल्कुल बीच मे ताजे पानी के साथ दिन मे एक बार( ।

हिंगवष्टक चुर्ण-- आधा चमच खाना खाने के बाद कोष्ण जल के साथ दो बार

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